शनिवार, 12 अक्तूबर 2013

बस यूँ ही २८

यादें  भी अजब मेरे महबूब की, जब आयें तो बेमौसम बारिश साथ लाती है,
अदायें भी गजब उनकी, दिखाएँ तो कभी तूफान तो कभी जलजला ढाती है !